आईसीएआर- आईआईएचआर (ICAR-IIHR),भुबनेश्वर के केन्द्रीय प्रायोगिक बागवानी स्टेशन में डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव, डेयर एवं महानिदेशक, भाकृअनुप द्वारा किसान हॉस्टल व प्रशिक्षण केन्द्र का शिलान्यास किया गया।
डॉ. महापात्र ने इस अवसर पर अपने संबोधन में सामान्य तौर पर कृषि और विशेष तौर पर बागवानी के विकास के लिए आईसीएआर- आईआईएचआर- सीएचईएस- राज्य सरकारों के मध्य साझेदारी की आवश्वयकता पर चर्चा की। उन्होंने इस क्षेत्र की अनुकूल कृषि जलवायु परिस्थितियों का फायदा उठाने और देश में इस क्षेत्र को एक 'बागवानी हब' के तौर पर स्थापित करने की दिशा में काम करने के लिए क्लस्टर दृष्टिकोण अपनाने हेतु हितधारकों से आग्रह किया। उन्होंने व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण नई फसलों और अतिरिक्त बागवानी उत्पादों की फसल कटाई उपरांत प्रभावी प्रबंधन को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. महापात्र ने कृषि और संबंधित क्षेत्रों के सम्पूर्ण विकास के लिए अवसरों को चिन्हित करने और क्षेत्र विशेष समस्याओं को सुलझाने के लिए राज्यवार कार्ययोजना के विकास की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने विभिन्न देशों में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मार्केटिंग नेटवर्क, फसल कटाई उपरांत प्रसंस्करण सुविधा, मूल्य श्रृंखला के माध्यम से बागवानी उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने व चैनल बनाने हेतु अधिक प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने बागवानी फसलों के स्वास्थ्यकारी गुणों का लाभ उठाने पर बल दिया।
डॉ. ए.के. सिंह, उपमहानिदेशक, (बागवानी विज्ञान) ने कहा कि भारत में कृषि विज्ञान केन्द्रों की राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के द्वारा जमीनी स्तर तक वैज्ञानिक उन्नति की पहुंच दुनिया में एक अनूठा मॉडल है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रशिक्षण छात्रावास की स्थापना के माध्यम से गांव स्तरीय कार्यकर्ताओं और किसानों को उन्नत खेती प्रौद्योगिकी से जुड़े कौशल विकास पर गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने में मदद मिलेगी।
डॉ. टी. जानकीराम, सहायक महानिदेशक (बागवानी विज्ञान) ने यह आशा व्यक्त की कि इस सुविधा द्वारा बागवानी के क्षेत्र में कुशल मानव संसाधन प्रशिक्षण तथा बागवानी व कृषि उत्पादन की नवीन विकसित विधियों पर प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों को खेत से अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने में सहायता प्रदान करेगा।
श्री श्रीकान्त प्रुस्टी, निदेशक, बागवानी निदेशालय, ओडिशा ने राज्य में बागवानी क्षेत्र के विविधीकरण और विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से निरंतर सहभागिता और सहयोग का आश्वासन दिया। जनसभा को संबोधित करते हुए डॉ. एम.आर. दिनेश, निदेशक, आईसीएआर- आईआईएचआर ने किसानों तक व्यावहारिक प्रौद्योगिकियों को पहुंचाने तथा हितधारकों द्वारा अपनाए जाने पर बल दिया।
भाकृअनुप संस्थानों के प्रमुख, विशिष्ट वैज्ञानिकों, राज्य सरकार तथा सीपीडब्ल्यूडी के अधिकारियों, पीपीएल, एनजीओ व सार्वजनिक एवं निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों, उद्यमियों, किसानों तथा अन्य हितधारकों ने कार्यक्रम में भाग लिया। बागवानी निदेशालय, ओडिशा ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना द्वारा स्थापित संरचना को अऩुमोदित किया। ओडिशा सरकार द्वारा हितधारकों की प्रौद्योगिकियों तक सुलभ पहुंच तथा कृषि, बागवानी व संबंधित क्षेत्रों में प्रदर्शन और ज्ञान अद्यतन करने के लिए प्रशिक्षण मंच उपलब्ध कराने की बात कही गई।