कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद श्रीमती कृष्णा राज ने आज पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही योजनाओं की समीक्षा की, जिसमें पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग के सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुये।
बैठक में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के माध्यम से मवेशी उत्पादकता में वृद्धि की विकास योजनाओं, डेयरी किसानों, मत्स्य पालन और डेयरी विकास योजनाओं तथा छोटे पशुधन जैसे बकरी / भेड़ और कुक्कुट क्षेत्र से अधिक आय के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी गई।
पशुधन क्षेत्र में पिछले तीन वर्ष के दौरान हासिल की गई उपलब्धियों और चुनौतियों के साथ ही 2022 तक किसान की आय दोगुना करने की कार्य योजना पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
पशुपालन क्षेत्र के विकास के लिए विभाग द्वारा किये जा रहे प्रयासों और किसान की आय को दोगुना करने में इसकी भूमिका की सराहना करते हुए, माननीय राज्य मंत्री ने योजनाओं की निगरानी और मूल्यांकन के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि योजना अधिकारियों को आवंटित संसाधनों के कुशल और अधिकतम उपयोग के लिए उनकी जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिये।
माननीय राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि विभाग आधुनिक वैज्ञानिक तर्ज पर पशु पालन संयोजन करने के साथ ही देश की पशुधन संपदाओं का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के पारंपरिक तरीकों को भी सक्रिय रूप से बढ़ावा दे सकता है। यह सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया जाना चाहिए कि सरकारी योजनाओं का लाभ सबसे गरीबों को प्राप्त हो। इसके लिये अभिनव तरीके से विभिन्न योजनाओं को कार्यान्वित कर जमीनी स्तर पर इसका लाभ सुनिश्चित किया जाना चाहिये।
Source: http://pib.nic.in/