रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने यहां कहा, ‘उवर्रकों की किल्लत की कोई आशंका नहीं है। यूरिया सहित सभी उर्वरकों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी राज्यों को उर्वरक विभाग की ओर से हरसंभव सहयोग मिलेगा।’ श्री गौड़ा आज नई दिल्ली में रबी सीजन 2018-19 के दौरान सभी राज्यों में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता के बारे में जानकारी दे रहे थे।
श्री गौड़ा ने कहा कि फिलहाल जारी रबी सीजन के दौरान देशभर में उर्वरकों की उपलब्धता की स्थिति संतोषजनक है। यूरिया के मामले में दिसंबर के दौरान 21.33 एलएमटी की यथानुपात आवश्यकता की तुलना में फिलहाल देशभर में इसकी उपलब्धता 25.06 एलएमटी है। इसके अलावा विभिन्न संयंत्रों में यूरिया का उत्पादन लक्ष्य के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि उत्पादित यूरिया को आपूर्ति योजना के अनुरूप ही बड़ी सक्रियता के साथ देश के हर कोने में सुलभ कराया जा रहा है, ताकि इसकी मांग पूरी की जा सके।
श्री गौड़ा ने कहा कि स्वदेशी यूरिया के अलावा विभिन्न बंदरगाहों (पश्चिमी तट और पूर्वी तट) पर लगभग एक मिलियन टन आयातित यूरिया भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा दिसंबर 2018 और जनवरी 2019 में एक मिलियन टन से भी अधिक आयातित यूरिया पहुंचने की आशा है।
विभिन्न राज्यों विशेषकर मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब इत्यादि में यूरिया के सर्वाधिक उपभोग वाली अवधि को ध्यान में रखते हुए उर्वरक विभाग ने रेल मंत्रालय के साथ समुचित समन्वय स्थापित करते हुए पश्चिमी एवं पूर्वी दोनों ही तटों पर अवस्थित बंदरगाहों से यूरिया की आवाजाही को उच्च प्राथमिकता पहले ही प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि संयंत्रों एवं बंदरगाहों पर रेक की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हमें रेलवे की ओर से पूर्ण सहयोग मिल रहा है।
श्री गौड़ा ने कहा कि उर्वरक विभाग मुख्य सचिव, प्रधान सचिव (कृषि) और राज्यों के वरिष्ठ कृषि अधिकारियों के स्तर पर संबंधित राज्य सरकारों के साथ निरंतर संपर्क में है और इसके साथ ही प्रति दिन स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि उर्वरक विभाग सभी राज्यों में उर्वरकों की मांग पूरी करने के साथ-साथ अन्य स्थितियों से भी निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। श्री गौड़ा ने कहा, ‘राज्यों से अपने यहां समय पर और एकसमान वितरण सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया है, ताकि किसानों को उर्वरक समय पर मिल सके।’
श्री गौड़ा ने यह बात दोहराई कि उर्वरक विभाग, रेलवे और राज्य सरकारों के संबंधित अधिकारियों द्वारा सभी राज्यों में उर्वरकों की उपलब्धता की स्थिति पर हर घंटे करीबी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा, यूरिया के आपूर्तिकर्ताओं को इसकी मांग पूरी करने के लिए यूरिया की ढुलाई को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करने की सलाह दी गई है।
Source: http://pib.nic.in