केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कृषि योजनाओं के लिए बजट में आवंटित निधि के कम से कम 30 प्रतिशत निधि महिलाओं को कृषि के मुख्यधारा में लाने के प्रयासों के तहत महिलाओं के लिए निर्धारित किया जा रहा है।
मंत्रालय यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि महिलाए कृषि मुख्यधारा का हिस्सा बन जाए और कृषि उत्पादकता और उत्पादन में योगदान दे साथ ही साथ अपने परिवारों की आमदनी को दोगुना कर दे |
महिलाओं को कृषि क्षेत्र में खर्च किए गए हर पैसा का लाभ लेना चाहिए ऐसा मंत्री ने कहा |
उन्होंने खेती के मुख्यधारा में महिलाओं को लाने के उपायों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें "सभी चल रही योजनाओं / कार्यक्रमों और विकास गतिविधियों में महिलाओं के लाभार्थियों के लिए कम से कम 30 प्रतिशत बजट आवंटन का प्रावधान किया गया"।
विभिन्न लाभार्थी-उन्मुख योजनाओं के लाभ महिलाओं तक पहुंचने के लिए सरकार ने महिला केंद्रित गतिविधियों की शुरुआत की है।
मंत्रालय महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और उन्हें माइक्रो-क्रेडिट से जुड़ने के लिए ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने हर साल 15 अक्टूबर को महिला किसान दिवस मनाने का भी फैसला किया।
मंत्री ने कहा कि महिलाए कृषि में बुवाई, कटाई, उर्वरक लगाना, सिंचाई, पौध संरक्षण, भंडारण आदि कामों में विभिन्न भूमिकाएं निभाती हैं |
Source: http://economictimes.indiatimes.com